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5 रासायनिक हथियार जो सेकेंड्स में ले सकते हैं इंसान की जान !

अगरआपको लगता है की सिर्फ़ परमाणु हथियारों से ही दुनिया को खतरा है तो एक बार इन खतरनाक हथियारों पर भी नज़र डाल लीजिये ।

Updated: 2022-03-25 19:43:00

क्रेन-रूस युद्ध को लगभग एक महीना होने वाला है, ऐसे में हम रोज़ न्यूज़ चेनल्स पर युद्ध में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बाते सुनते हैं और हमें ये समझ में आता है की इन हथियारो का इस्तेमाल दुनिया और इंसानियत दोनों के लिए बहुत बढ़ा खतरा है। पर क्या आप जानते हैं कि यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस ने रसायनिक हथियारों ( केमिकल वेपन ) को भी इस युद्ध में इस्तेमाल किया है। तो आईये आज जानते क्या होते हैं रासायनिक हथियार और कैसे ये लेते हैं कुछ की सेकण्ड्स में इंसान की जान। 

रासायनिक हथियार एक ऐसा रसायन है जिसका उपयोग इसके जहरीले गुणों के माध्यम से जानबूझकर मौत या नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाता है। विशेष रूप से जहरीले रसायनों को हथियार बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए युद्ध सामग्री, उपकरण और अन्य उपकरण भी रासायनिक हथियारों की परिभाषा के अंतर्गत आते हैं। जानकारी के लिए बता दें की दुनियाँ में रूस के पास सबसे ज़्यादा रासायनिक हथियार हैं । 

 

रासायनिक हथियारों को निम्न श्रेणीं में बाँटा गया है - 

1. नर्व एजेंट

यह एक गैस कंपाउंड है जो तंत्रिका आवेगों(nerve impulses) के संचालन के लिए जिम्मेदार शरीर के भीतर तंत्र को अक्षम कर देता है जिससे इंसान कुछ ही पल में पैरालाइज हो जाता है।  । यह नर्व एजेंट त्वचा के माध्यम से शरीर में चला जाता है । इसके उदाहरण हैं - सरीन , वी एक्स  , नोविचोक। 

 

2. ब्लिस्टर एजेंट 

ब्लिस्टर एजेंट गैस, एरोसोल या तरल के रूप में आ सकते हैं और त्वचा में गंभीर जलन और फफोले का कारण बन सकते हैं। यदि साँस ली जाती है तो वे श्वसन प्रणाली और पाचन तंत्र में जटिलताएं पैदा कर सकते हैं। इसके उदाहरण हैं - सल्फर सरसों , नाइट्रोजन सरसों , फॉस्जीन ऑक्सीम , लेविसाइट । 

 

3. ब्लड एजेंट 

यह रक्त के ऊतकों(Tissues) की ऑक्सीजन का उपयोग करने की क्षमता को नष्ट कर देता है इसके उदाहरण हैं - हाइड्रोजन साइनाइड , सायनोजेन क्लोराइड, आर्सिन । 

 

4. चोकिंग एजेंट (घुटन पैदा करने वाला एजेंट) 

यह पीड़ित की सांस लेने की क्षमता को बाधित करने के लिए डिज़ाइन किया गया एक हथियार है । यह फेफड़ों में तरल पदार्थ के निर्माण का काम करते हैं, जिसके कारण दम घुटने लगता है । इसके उदाहरण हैं क्लोरीन, फॉस्जीन, डिफोस्जीन और क्लोरोपिक्रिन । 

 

5. दंगा नियंत्रण एजेंट  

यह पीड़ित की आँखों मे आँसू, खांसी और जलन पैदा करते हैं । राज्यों के पास वैध रूप से दंगा नियंत्रण एजेंट हो सकते हैं और उनका उपयोग घरेलू कानून प्रवर्तन उद्देश्यों के लिए कर सकते हैं। इसके उदाहरण है आँसू गैस और काली मिर्च स्प्रे । 

 

कहाँ कहाँ रासायनिक हथियारों का किया जा चुका है इस्तेमाल

  • प्रथम विश्व युद्ध में युद्ध के मैदान में क्लोरीन और फॉसजीन गैसें छोड़ी गईं। 

  • इराक ने 1980 के युद्ध के दौरान ईरान में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया, और 1988 में कुर्द निवासियों के खिलाफ मस्टर्ड गैस और नर्व एजेंटों का इस्तेमाल किया। 

  • 1994 में जापान के मात्सुमोतो में एक सरीन हमले में 8 लोग मारे गए और 500 प्रभावित हुए। 

  • 1995 में टोक्यो मेट्रो में एक सरीन हमले में 12 लोगों की मौत हो गई और 50 घायल हो गए। 

  • अगस्त 2013 सीरिया में, घोउटा में एक कथित नर्व एजेंट ने 1,100 लोगों को मार डाला था । 

  • 2020 में जर्मनी ने रूस की विपक्ष पार्टी के लीडर को नोविचोक से मारने का आरोप रूस पर लगाया था ।

 

कितने देशों के पास हैं रासायनिक हथियार 

192 सीडब्ल्यूसी (केमिकल वेपन कन्वेंशन) हस्ताक्षरकर्ताओं में से, अल्बानिया, भारत, इराक, लीबिया, रूस, सीरिया और अमेरिका ने हथियार होने की घोषणा की। अल्बानिया, भारत, लीबिया, रूस - और सीरिया - ने रासायनिक हथियारों के विनाश को पूरा करने की घोषणा की ।

पर ये कितना सच है आप खुद समझ सकते हैं, कोई देश कभी नहीं बताएगा की उसके पास ऐसे जानलेवा हथियार हैं ।

धन्यवाद ।

 

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