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अब पेट्रोल-डीज़ल में और पैसा ना बहाएँ , जल्द से जल्द इलेक्ट्रिक वाहन(EV) को अपनाएँ !

EV खरीदने जाएँगे तो ये 7 फ़ायदे साथ लाएँगे ! जानने के लिए पोस्ट को पूरा पढ़ें..

Updated: 2022-04-04 19:45:00

Images Source : caltech.edu

अगर आप भी पेट्रोल-डीज़ल वाली गाड़ियों पर हो रहे ख़र्च से परेशान हैं तो आपके लिए उम्मीद लेकर आयी हैं इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ यानी EV । EV का सीधा मतलब है वो गाड़ियाँ जो की बिजली से चलती हैं, ये 2 पहिया , 3 पहिया, 4 पहिया कोई भी हो सकती है। इसमें ना इंजन होगा , ना ईंधन होगा बस होगी तो एक बैटरी और उससे चलने वाली एक मोटर। तो आईये जाने कि महंगाई के इस दौर में EV किस तरह से आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।   

 

EV के क्या फायदे हैं 

 1 . EV की रनिंग कॉस्ट कम होती है  

भारत में बिजली की कीमत पेट्रोल और गैस की कीमतों के मुकाबले कम है इसलिए इलेक्ट्रिक गाड़ियों की रनिंग कॉस्ट भी इन दोनों से कम है । उदाहरण के तौर पर मारुती वैगन आर इलेक्ट्रिक की रनिंग कॉस्ट 1 रुपए प्रति किलोमीटर से भी कम होती है जबकि इसी गाड़ी की पेट्रोल मॉडल की रनिंग कॉस्ट 6 से 7 रूपए तक होती है अगर CNG मॉडल की बात करे तो 3 रूपये प्रति किलोमीटर के आसपास होती है ।

 

2. इनका अक्सेलरेशन (पिक अप ) ज़्यादा होता है 

बिना आवाज़ के चलने के साथ साथ ये गाड़ियां भागती भी बहुत तेज़ हैं क्युकी इंजन की जगह मोटर होने की वजह से इनका टार्क ज़्यादा होता है ।

 

3. ऑटो लोन लेने पर टैक्स की छूट मिलती है 

ऑटो लोन का भुगतान करते समय,इनकम टैक्स की धारा 80EEB के तहत 1,50,000 रुपये तक की कुल टैक्स छूट उपलब्ध है। यह टैक्स छूट चार पहिया और दोपहिया इलेक्ट्रिक गाड़ियों दोनों के लिए उप्लब्ध है। 

 

4. मेंटेनेंस लागत कम लगती है 

चूँकि इलेक्ट्रिक गाड़ियों में मूविंग पार्ट्स कम होते हैं इसलिए इनका मेंटेनेंस भी कम होता है जब्कि पैट्रोल गाड़ियों में इंजन , गियरबॉक्स आदि होते हैं इसलिए इनकी मेंटेनेंस लागत ज़्यादा होती है ।

 

5. इनकी रीसेल वैल्यू ज़्यादा है 

इलेक्ट्रिक गाड़ियों का सेकंड हैंड मार्किट अभी विकसित नहीं हुआ है क्युकी अभी तो नई गाड़ियों की शुरुआत हुई है इसलिए आपको इसकी रीसेल वैल्यू अच्छी मिल सकती है दूसरी ओर पेट्रोल- डीज़ल वाली गाड़ियों की रीसेल वैल्यू कम मिलेगी क्युकी धीरे धीरे पेट्रोल गाड़ियों का चलन कम हो जाएगा। सरकार ने तो अब १५ साल से पुरानी गाड़ियों को बंद करने का मन बना लिया है  इसलिए पेट्रोल-डीजल गाड़ियों की रीसेल वैल्यू भविष्य में और कम हो जाएगी  ।

 

6. प्रदूषण और कार्बन उत्सर्जन नहीं होता 

चूंकि इसमें कोई ईंधन जल ही नहीं रहा है इसलिए इनसे ना तो कोई प्रदूषण होगा और ना ही कोई ग्रीन हाउस गैस निकलेगी और ना ही ग्लोबल वार्मिंग बढ़ेगी (ये CO 2 ,सल्फर डाइऑक्साइड जैसी वह गैस होती है जिससे धरती पर तापमान बढ़ता है ) । 

 

7. इनका  RTO पंजीकरण सीमित समय के लिए नि:शुल्क भी है  

RTO चार्जेज़ ना लगने से आपकी कार की कीमत कुछ हद तक काम हो जाती है, पर ये पॉलिसी सदाबहार नहीं है अतः कुछ समय के बाद आपको शुल्क देना होगा परन्तु पेट्रोल या CNG के मुकाबले इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर ये शुल्क काम ही रहेगा  । 

 

हालाँकि इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लेकर कुछ समस्यायों का सामना आपको करना पढ़ सकता है जैसे -

1. चार्जिंग स्टेशन की उप्लभ्धता में कमी  

ये लम्बी यात्रा करने के अनुकूल नहीं मानी जाती क्यूकी बैटरी की रेंज पूरी होने के बाद आपको EV चार्जिंग स्टेशन की ज़रूरत पढ़ती है जो कि अभी हर जगह स्थापित नहीं हैं और अगर हैं भी तो हो सकता है की रीचार्ज के लिए आपको लम्बी कतार में लगना पड़ जाए। 

हालाँकि FAME 2 प्रोग्राम के अंदर देश भर के 68 शहरों में 2800 से ज़ादा जगहों पर चार्जिंग स्टेशन बनाने का सरकार का प्लान है ।

 

2. मोटर और बैटरी की कीमत बहुत ज़्यादा होती है 

इनके दो ज़रूरी पार्ट्स मोटर और बैटरी की कीमत बहुत अधिक होती है तो अगर इनमे से किसी में वारंटी पीरियड के बाद ख़राबी आती है तो आपको बहुत ज़्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं क्युकी गाड़ी की 75 प्रतिशत से ज़्यादा कीमत सिर्फ़ बैटरी और मोटर की होती है।  

 हालाँकि जैसे जैसे टेक्नोलॉजी आगे बढ़ेगी इन दोनों की कीमतों में कमी आती जायगी। 

 

3. घर में बिजली की नियमित सप्लाई बहुत ज़रूरी है 

घर में बिजली की नियमित सप्लाई बहुत ज़रूरी है। अगर आप ऐसी जगह रहते हैं जहाँ बिजली आती जाती रहती है तो आपको चार्जिंग स्टेशन की जाने की जरूरत पड़ेगी और मान लीजिये आपके आसपास के इलाके में स्टेशन नहीं है तो आपकी समस्या और बढ़ सकती है।

धन्यवाद। 

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